अम्लोर से पैदल बच्चे को लेकर 3 पहाड़ से उतरी मां 20 किलोमीटर चली पैदल
गरियाबंद…. जनचौपाल में गरियाबंद कलेक्टर नम्रता गांधी द्वारा की गई त्वरित कार्रवाई से बीमार मासूम को तुरंत इलाज मिला, वही परिवार का राशन कार्ड महज 5 मिनट में बनाकर दिया गया। वहीं 1 घंटे में आयुष्मान कार्ड भी बनाया गया। बच्ची कुपोषण का भी शिकार है इस बीमार बच्ची का इलाज केंद्र सरकार द्वारा संचालित एनआरसी सेंटर में रखकर अच्छी तरह से उपचार किया जा रहा है

विशेष पिछड़ी कमार जनजाति के इस परिवार की कहानी बेहद दुख भरी है 4 बच्चे होने के बावजूद पति परिवार छोड़कर चला गया। अब रिश्तेदारों के भरोसे अपने तीन बच्चों को गांव में छोड़कर बेहद बिहार इलाके से तीन पहाड़ों को पार कर 20 किलोमीटर पैदल सफर कर तीन पहाड़ से उतरी और वहां से ट्रैक्टर पर बैठकर धबलपुर पहुंची जहां युवा कांग्रेस के ग्रामीण ब्लॉक अध्यक्ष यशवंत नेताम ने उन्हें मदद की और जन चौपाल में कलेक्टर के समक्ष लेकर पहुंचे। अपने बच्चे के प्रति इस माह के जज्बे को देख कलेक्टर ने तत्काल बच्चे के इलाज की व्यवस्था करवाई तो वही महज 5 मिनट में केवल आधार कार्ड मांग कर परिवार का राशन कार्ड बनाया गया। इसके अलावा 1 घंटे में आयुष्मान कार्ड बनवाया गया.

दरअसल मामला औड पंचायत के अम्लोर गांव का है, यहां की बुधयारीन बाई के चार बच्चे हैं और पति उन्हें छोड़ कर कहीं चला गया है ऐसे में राशन तक उन्हें नहीं मिल पा रहा था ऊपर से सबसे छोटी बच्ची चैती बाई उम्र लगभग 1 साल बुरी तरह चर्म रोग की बीमारी से परेशान है पैर में चर्म रोग की हालत ऐसी है कि किसी जख्म से कम नहीं दोनों पैर पर कई फोड़े हो चुके हैं और यह बीमारी लगातार बढ़ रही थी बेहद परेशान होने के बाद मां ने धवलपुर के यशवंत नेताम तथा अपने एक रिश्तेदार से मदद मांगी जिसके बाद उन्होंने आज कलेक्टर जन चोपाल में बच्चे के इलाज तथा स्वयं के राशन कार्ड बनाने हेतु आवेदन दिया आवेदन देते समय किसी ने नहीं सोचा था कि कार्यवाही इतनी तत्काल होगी महिला और यशवंत नेताम को वहीं खड़े रखकर तत्काल कलेक्टर नम्रता गांधी ने जिला चिकित्सा अधिकारी डॉ नेतराम नवरत्न को बुलवाया बीमारी का नाम पूछा और तत्काल इलाज कराने के निर्देश दिए इसके अलावा बच्चे को कमजोर देखकर उसे एनआरसी सेंटर में रखकर अच्छी तरह से उपचार तथा भोजन दिलाने के निर्देश दिए इतना ही नहीं कलेक्टर ने यहां तक कहा कि आप अपने साथ अपनी गाड़ी में इन्हें ले जाकर स्वयं भर्ती कराएं जिस पर डॉक्टर नेतराम नवरत्न ने तत्काल जिला चिकित्सालय में फोन कर एनआरसी रूम में पहुंचने के निर्देश दिए और बच्चे का तत्काल इलाज प्रारंभ हुआ साथ ही जनदर्शन में पहुंचे सभी आवेदक उस वक्त आश्चर्यचकित रह गए जब कलेक्टर के निर्देश पर जिला खाद्य अधिकारी श्री नायक ने महिला से महज आधार कार्ड मांग कर 5 मिनट के भीतर उसका राशन कार्ड बनवा कर तुरंत उसी कमरे में ले आए जिस पर इस दुखी महिला का चेहरा खिल गया तत्काल कार्यवाही देखकर हर कोई इसकी प्रशंसा कर रहा था वही बच्चे को भी तत्काल इलाज मिला। कलेक्टर नम्रता गांधी ने इस महिला के बड़े बच्चों को हॉस्टल में भर्ती करवा का भी आश्वासन दिया।
इस संबंध में जिला खाद्य अधिकारी श्री नायक का कहना है कि महिला कमार जनजाति की थी जिसके लिए केवल आधार कार्ड लेकर राशन कार्ड बनाने राज्य शासन से अनुमति है कलेक्टर के कहने पर महज 5 मिनट में राशन कार्ड बना कर दिया गया
बाइट…. जेजे नायक जिला खाद्य अधिकारी गरियाबंद
वहीं जिला चिकित्सा अधिकारी डॉ नेतराम नवरत्न का कहना है कि बच्चे के पैर में चर्म रोग से संबंधित बीमारी है वही कुपोषण भी है दोनों का इलाज जिला चिकित्सालय में केंद्र सरकार द्वारा संचालित एनआरसी सेंटर में रखकर किया जाएगा जरूरत पड़ने पर रायपुर के चिकित्सकों से भी टेलीमेडिसिन के तहत सलाह ली जाएगी
बाइट ….डॉक्टर नेतराम नेताम… जिला चिकित्सा अधिकारी गरियाबंद
वही इस संबंध में महिला को लाने वाले युवा कांग्रेस के ग्रामीण ब्लॉक अध्यक्ष यशवंत नेताम का कहना है कि जिला कलेक्ट्रेट में तत्काल कार्यवाही से लोगों का विश्वास प्रशासन पर बढा है। इस बच्चे के तत्कालीन आज और तत्काल राशन कार्ड देने से परिवार तथा कमार समाज के लोगों ने भी कलेक्टर के प्रति आभार व्यक्त किया है।
बाइट…. यशवंत नेताम आदिवासी समाज प्रमुख




